जियो और जीने दो

जियो – अर्थात् स्वस्थ रहना
और – वृद्धि/ वर्धमान होना
जीने – हिंसा से बचना/दूसरे को न सताना
दो – त्याग/दान करना

क्या आप भी इन प्रश्नों का उत्तर चाहते है?

हम सब सुख शांति और स्वस्थ रहना चाहते हैं परंतु अनजाने ही जो कार्य हम करते हैं उन से विपरीत फल मिलता है अर्थात हम दुखी, परेशान और रोगी होते जा रहे हैं
इसका कारण क्या है?
कभी आपने सोचा?
हमारी दिनचर्या दूषित होती जा रही है जिसमें सुबह उठने से लेकर प्रत्येक क्रियाकलाप में हम हिंसा या अन्य को कष्ट देने में सहभागी बन रहे हैं…

नाश्ते में जो ब्रेड बिस्किट चॉकलेट आदि लेते हैं उनका वास्तविक स्वरूप ये है …

लिपिस्टिक और खाद्य पदार्थों में डलने वाला लाल रंग कीड़ों से कैसे बनता है!How red color is made!

कोल्ड्रिंक्स में मिलाई जा रही 5 गुना ज्यादा चीनी, मौजूद कैलोरी भी छिपाई जा रही… 1 दिन में 250 ML से ज्यादा पीना सेहत के लिए हानिकारक

संकल्प विजेता

क्या आपने कभी इस पर विचार किया...?

आपकी आन-शान, सूअर कुर्बान

आपके दैनिक जीवन की कई चीज़ों के निर्माण में होता है सूअर के अंगों का प्रयोग...

अहिंसा आत्मा का गुण है और इसलिए सभी को, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसका अभ्यास करना चाहिए। यदि सभी विभागों में इसका अभ्यास नहीं किया जा सकता है तो इसका कोई व्यावहारिक मूल्य नहीं है।

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी

 

 

अहिंसा आत्मा का गुण है और इसलिए सभी को, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसका अभ्यास करना चाहिए। यदि सभी विभागों में इसका अभ्यास नहीं किया जा सकता है तो इसका कोई व्यावहारिक मूल्य नहीं है।

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